देश के गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर इन दिनों जम्मू और कश्मीर में हैं। आज वे कश्मीर पहुंचें और मारे गए जवानों के परिजनों से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने शनिवार को श्रीनगर में एक कार्यक्रम को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ढाई साल पहले कश्मीर से हिंसा, पत्थरबाजी की खबरें आती थीं। आज घाटी में बदलाव की बयार चल रही है, जिसे कोई नहीं रोक सकता है।
अनुच्छेद-370 हटाए जाने का जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने दावा किया कि 5 अगस्त 2019 के दिन आतंकवाद, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद का अंत हो गया था। अमित शाह ने कहा, ”आज मैं बैठे-बैठे सोच रहा था कि ढाई साल पहले जिस कश्मीर से पथराव, हिंसा, आतंकवाद के समाचार आते थे। आज उसी कश्मीर में युवा विकास, रोजगार, पढ़ाई की बात कर रहा है। कितना भारी बदलाव आया है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि इस बदलाव के बयार को कोई नहीं रोक सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “कश्मीर की लगभग 70 फीसदी आबादी 35 साल से नीचे है। इस आबादी में हौसला बढ़ा दिया जाए और विकास के साथ जोड़ लिया जाए और उन्हें विकास का राजदूत बनाया जाए तो कश्मीर की शांति में कोई खलल नहीं पहुंचा सकता है। पूरे जम्मू-कश्मीर में 4500 युवा क्लब रजिस्टर्ड किए गए हैं। इसमें से 4229 गांवों में हैं। इसके जरिए से युवाओं की चिंता की जा रही है।”
5th August, 2019 will be written in Golden letters. It was the end of terrorism, nepotism, corruption… J&K youth has to contribute in the development of the Union Territory, it their responsibility…: Union Home Minister Amit Shah while addressing J&K youth in Srinagar pic.twitter.com/Iz3ewPa5VL
— ANI (@ANI) October 23, 2021
ये भी पढ़ें: उद्धव ठाकरे का NCB पर तंज, बोले- हम हेरोइन पकड़ते हैं और ये हीरोइन
अनुच्छेद-370 को हटाए जाने का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा कि 5 अगस्त 2019 को सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा क्योंकि उस दिन आतंकवाद, भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार का अंत हुआ था। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवाओं को केंद्र शासित प्रदेश के विकास में योगदान देना है, यह उनकी जिम्मेदारी है।
गृहमंत्री ने कहा, “आतंकवाद कम हो गया है, पथराव अदृश्य हो गया है और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो लोग जम्मू-कश्मीर की शांति में खलल पहुंचाना चाहते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, यहां कोई भी विकास में बाधा नहीं डाल सकता है। यह हमारी प्रतिबद्धता है।
इसके बाद उन्होंने कहा, ”आज जम्मू-कश्मीर में युवा विकास, रोजगार और पढ़ाई की बात कर रहा है। यह बहुत बड़ा बदलाव है। अब कोई कितनी भी ताकत लगा ले, इस बदलाव की बयार को कोई अब रोक नहीं सकता। हर युवा के लिए देश में अपार संभावनाएं हैं। स्टार्टअप के ढेर सारे प्रोग्राम मोदी जी ने शुरू किए हैं। मोदी जी ने कई ऐसे प्लेटफॉर्म तैयार किए हैं, जिससे हमारे छोटे से छोटे गांव का, जम्मू-कश्मीर के गांव का हमारा युवा गांव में रहकर दुनिया के प्लेटफॉर्म पर सीना तान के खड़ा हो जाए।”
दूसरी तरफ, राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने निशाना साधा है। उन्होंने आज शनिवार को कहा कि सरकार सबकुछ सामान्य दिखाने का नाटक कर रही है लेकिन वास्तविकता इससे उलट है।
ये भी पढ़ें: अमित शाह के कश्मीर दौरे पर महबूबा मुफ्ती और फारूख अब्दुल्ला बोले- सब हालात नॉर्मल दिखाने का नाटक है
महबूबा मुफ्ती ने गृहमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि अमित शाह के दौरे से पहले 700 सिविलियन को डिटेन किया गया। कई अपराधियों को कश्मीर की बाहर की जेलों में शिफ्ट किया गया। ऐसे कदम तनाव को और ज्यादा बढ़ाने का काम करते हैं। सबकुछ सामान्य दिखाने की कोशिश लगातार हो रही है, लेकिन असल सच्चाई को सभी दबाना चाहते हैं।
दूसरी तरफ, अमित शाह ने जिन विकास कार्यों को हरी झंडी दिखाई है, उस पर भी महबूबा ने सवाल खड़ा किया है। राज्य की पूर्व मुख्य का मानना है कि उनकी नजरों में आधे से अधिक वे प्रोजेक्ट हैं जिनका काम यूपीए कार्यकाल के दौरान ही शुरू हो चुका था।
महबूबा ने कहा कि गृहमंत्री श्रीनगर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का उद्घाटन करते हैं, नए मेडिकल कॉलेज की नींव भी रखते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि आधे से ज्यादा मेडिकल कॉलेज को लेकर सेंशन कांग्रेस सरकार के दौरान हो गया था। 370 हटने के बाद से तो सिर्फ परेशानियां बढ़ी हैं, जम्मू-कश्मीर को अराजकता की ओर ढकेल दिया गया है।
(प्रिय पाठक, पल-पल के न्यूज, संपादकीय, कविता-कहानी पढ़ने के लिए ‘न्यूज बताओ’ से जुड़ें। आप हमें फेसबुक, ट्विटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी फॉलो कर सकते हैं।)
Leave a Reply