गोड्से के बाद अब बापू के हत्यारे आप्टे का महिमामंडन, मेरठ में मूर्ति स्थापित करने की योजना

गोड्से के बाद अब बापू के हत्यारे आप्टे का महिमामंडन, मेरठ में मूर्ति स्थापित करने की योजना

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारों की महिमामंडन बहुत पहले से किया जाता रहा है। लेकिन जबसे नरेंद्र मोदी की सरकार आई है तब से इसमें अधिक तेजी आई है। महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से के बाद अब हिंदू महासभा ने नारायण आप्टे की मूर्ति स्थापित करने की योजना बनाई है। आप्टे भी महात्मा गांधी की हत्या में शामिल था और उसे भी गोड्से के साथ फांसी दी गई थी।

नारायण आप्टे यह मूर्ति मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बनाई गई है लेकिन इसको मेरठ में स्थापित करने की योजना बनाई गई है। मूर्ति बनाने में तकरीबन 45 हजार रुपये खर्च किया गया है। हिंदू महासभा इससे पहले ग्वालियर में ही गोड्से का मंदिर और ज्ञानशाला की स्थापना कर चुका है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेरठ पुलिस हिंदू महासभा भवन पर नजर बनाए हुए है। हालांकि, मूर्ति अभी कहां है यह किसी को नहीं पता है। दरअसल, पिछले दिनों ग्वालियर में हुई संगठन की बैठक में हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. जयवीर भारद्वाज ने जानकारी दी थी कि मूर्ति तैयार है और सही समय पर इसे स्थापित किया जाएगा।

गोड्से के बाद अब बापू के हत्यारे आप्टे का महिमामंडन, मेरठ में मूर्ति स्थापित करने की योजना

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हिंदू महासभा की बैठक में आप्टे को ‘शहीद’ कहकर संबोधित किया गया था। बैठक में जिला अध्यक्ष, प्रदेश प्रवक्ता हरिदास अग्रवाल भी शामिल थे। उल्लेखनीय है कि महात्मा गांधी की हत्या में नाथूराम गोड्से समेत कुल 9 लोग शामिल थे।

आरोपियों में विनायक दामोदर सावरकर और नारायण आप्टे भी शामिल थे। 30 जनवरी 1948 यानी महात्मा गांधी की हत्या से एक दिन पहले 29 जनवरी को नाथूराम गोड्से जिन दो साथियों के साथ दिल्ली पहुंचा था उनमें एक नारायण आप्टे था।

सावरकर को तो पर्याप्त सबूतों के अभाव में संदेह का लाभ देकर बरी कर दिया गया था, जबकि नारायण आप्टे को नाथूराम के साथ ही फांसी की सजा सुनाई गई थी। अन्य 6 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई थी, जिनमें नाथूराम का छोटा भाई गोपाल गोड्से भी शामिल था।

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एक अन्य आरोपी दिगंबर रामचंद्र बड़गे था जो सरकारी गवाह बन क्षमा पा गया। अदालत में उसने ही अपनी गवाही में सावरकर को महात्मा गांधी की हत्या की साजिश का सूत्रधार बताया था।

नारायण आप्टे का जन्म पुणे के एक संस्कृत विद्वान परिवार हुआ था। उसने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातक की डिग्री ली। वह 1939 में हिंदू महासभा से जुड़ गया था और उसने गोड्से के साथ मिलकर एक ‘अग्रणी’ नाम का अखबार भी निकाला।

आश्चर्यजनक बात ये कि ब्रिटिश वायुसेना में नौकरी कर चुका आप्टे पहले गणित का शिक्षक भी रह चुका था। दूसरी तरफ, उसने अपनी एक ईसाई छात्रा मनोरमा सालवी के साथ दुष्कर्म किया था जिसके बाद वो गर्भवती हो गई थी। हालांकि, उसकी एक पत्नी और एक विकलांग बेटा भी था।


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