महाराष्ट्र के चंद्रपुर में जादू टोना करने का आरोप लगा 7 दलितों के साथ मारपीट करने का मामला सामने आया है। सभी को एक साथ बांधकर चौराहे पर बुरी तरह पीटा गया। पीड़ितों में 4 महिलाएं और 3 बुजुर्ग मर्द शामिल हैं। बुजुर्गों समेत 5 की हालत गंभीर है। सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यह मामला चंद्रपुर जिले के वानी (खुर्द) गांव में शनिवार को पेश आया। जहां कथित तौर पर काला जादू करने के आरोप में दो दलित परिवारों के सात सदस्यों को लकड़ी के खंभे से बांध कर बेरहमी से पीटा गया। पुलिस ने घटना की सुचना मिलने के बाद आकर सभी को बचाया।
जिन सात लोगों के साथ ये बर्बरता किया गया उनमें- एकनाथ हुके (75) , शिवराज कांबले (70), प्रयागबाई हुके (65), शांताबाई कांबले (65), पंचफुला हुके (55), साहेबराव हुके (45) और धम्मशीला हुके (38) के नाम शामिल हैं। सभी को चंद्रपुर जीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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बताया जा रहा है कि कांबले और ह्यूक परिवारों के खिलाफ बहुत पहले से साजिश चल रही थी। मामला उस समय और बिगड़ गया जब शुक्रवार को चार महिलाओं ने कथित तौर पर आत्माओं से ग्रसित होकर दोनों परिवारों को दोषी ठहराया।
पीड़ित प्रयागबाई हुके ने बताया कि ग्रामीणों ने शुक्रवार रात एक बैठक की और हमारे खिलाफ योजना बनाई। एक समूह ने शनिवार की सुबह हमारे घर तक मार्च निकाला, हमें गांव के मुख्य चौराहे पर आने को कहा। हम पर आरोप लगाया गया कि हम जादू टोना करते हैं। चुंकि हम निर्दोष थे इसलिए हम वहां जाने को सहमत हो गए।
इसके बाद पूरे गांव के सामने दोनों परिवारों को चौराहे पर बांध दिया और बुरी तरह पीटा गया। पूरा परिवार विनती करता रहा, लेकिन कोई भी उनकी मदद को सामने नहीं आया। फिलहाल, गांव में पुलिस की एक टुकड़ी तैनात की गई है।
Trigger Warning: 7 members of two #Dalit families were brutally beaten up by a mob in Chandrapur in Maharashtra on suspicion of practising black magic. Women victims were kicked, punched, tied to polls and assaulted with sticks. pic.twitter.com/u4SnuXlxRp
— Himanshi (@himansshhi) August 24, 2021
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किसी भी बाहरी व्यक्ति का गांव में प्रवेश रोक लगा दिया गया है। हालांकि, डॉ. नरेंद्र दाभोलकर की संस्था महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति से जुड़े कुछ सामाजिक कार्यकर्ता गांव पहुंचे और लोगों को अंधविश्वास के खिलाफ जागरूक करने की कोशिश भी की।
सहायक पुलिस निरीक्षक संतोष अंबिके ने बताया, “शनिवार को वानी गांव में हुई इस घटना के तुरंत बाद शांति व्यवस्था को लेकर गांव के सरपंच और पुलिस टीम के साथ बैठक हुई है। हमने गांव में पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं। फिलहाल सभी आरोपी फरार हैं और जल्द ही उन्हें अरेस्ट किया जाएगा।”
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