उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा (BJP) के चार और विधायकों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। औरया के बिधूना विधानसभा क्षेत्र के विधायक विनय शाक्य, योगी सरकार में आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, शिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा और लखीमपुर खीरी से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने गुरुवार को इस्तीफा दे दिया।
विनय शाक्य ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए लिखा, “प्रदेश सरकार के कार्यकाल में ने दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक समुदाय के नेताओं और जनप्रतिनिधियों को कोई तवज्जो नहीं दी गई। इसके अलावा पिछड़ों, किसानों, बेरोजगारों और व्यपारियों की भी उपेक्षा कई गई।”
उन्होंने कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्य कमजोरों की आवाज हैं और हमारे नेता हैं। मैं उनके साथ हूं।” धर्म सिंह सैनी भी स्वामी प्रसाद मौर्य के बेहद करीबी हैं। चारों नेताओं ने पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। विनय शाक्य ने बुधवार को ही भाजपा से जाने का एलान किया था। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद जहां कहेंगे वहां जाएंगे।
इससे पहले मंगलवार को योगी सरकार के मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस्तीफा दे दिया था। माना जा रहा है कि वो समाजवादी पार्टी में जा सकते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीते दिनों कहा था कि वो 14 जनवरी को अपने अगले कदम का एलान करेंगे।
बुधवार को योगी सरकार के एक और मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी इस्तीफा दे दिया था। आगे चलकर तिंदवारी विधानसभा से भाजपा के विधायक विधायक ब्रजेश प्रजापति, विधायक रोशन लाल वर्मा, भगवती सागर ने इस्तीफा दे दिया। आज मंत्री धर्म सिंह सैनी, शिकोहाबाद से विधायक मुकेश वर्मा और लखीमपुर खीरी से विधायक बाला प्रसाद अवस्थी और औरया से बिधूना विधायक विनय शाक्य ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया।
भाजपा में मची भागमभाग के बीच स्वामी प्रसाद मौर्य का नया ट्वीट सामने आया है। उन्होंने कहा है कि नाग रूपी आरएसएस और सांप रूपी बीजेपी को स्वामी रूपी नेवला यूपी से खत्म करके ही दम लेगा। विनय शाक्य गुरुवार को स्वामी प्रसाद मौर्य के आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपनी माँ के साथ स्वामी प्रसाद मौर्य से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि मौर्य के इस्तीफा देने के बाद विनय शाक्य की बेटी रिया ने एक बयान दिया था। रिया ने पिता के अपहरण की बात कही थी और आरोप पिता के भाई पर लगाया था। विनय शाक्य की बेटी रिया ने एक बयान जारी कर अपने ही चाचा देवेश शाक्य पर गंभीर आरोप लगाया था। कहा था कि उन्हें जबरदस्ती लखनऊ ले जाया गया है।
रिया वीडियो में कहती हैं- “मैं इस वीडियो के माध्यम से आप सभी बिधूना वासियों को एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहती हूं। आप सबको ज्ञात होगा कि मेरे पिताजी को कुछ साल पहले लकवा मार दिया था जिसके बाद से वो चलने फिरने में असमर्थ हैं। उनके बीमारी का फायदा उठा कर मेरे चाचा देवेश शाक्य ने उस वक़्त से ही उनके नाम पर अपनी व्यक्तिगत राजनीति की है और जनता का शोषण किया है। आज उन्होंने हद पार करते हुए जबरन मेरे पिताजी को घर से उठाकर सपा में शामिल करने के लिए लखनऊ ले गए हैं।”
अब तक कुल 14 मंत्री और विधायक भाजपा छोड़ चुके है!
— INC TV (@INC_Television) January 13, 2022
1.स्वामी प्रसाद मौर्य
2.भगवती सागर
3.रोशनलाल वर्मा
4.विनय शाक्य
5.अवतार सिंह भाड़ाना
6.दारा सिंह चौहान
7.बृजेश प्रजापति
8.मुकेश वर्मा
9.राकेश राठौर
10.जय चौबे
11.माधुरी वर्मा
12.आर के शर्मा
13.बाला अवस्थी
14.धर्म सिंह सैनी
रिया ने आगे कहा था- “मैं उनकी पुत्री होने के नाते आप लोगों को बताना चाहती हूं कि हम भाजपाई हैं और पार्टी के साथ मजबूती से खड़े हैं। उस दौर में जब किसी ने हमारी मदद नहीं की तो प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारी मदद की और पिताजी का इलाज कराया। आज चंद लोग हमारे समाज के नेता बनने के नाम पर अपनी राजनीति चमका रहे हैं और फिर से वही गुंडई पर आ गए हैं। ये लोग मेरा भी अपहरण करने का प्रयास कर रहे हैं। मैं प्रशासन और पार्टी नेतृत्व को बताना चाहती हूं कि मैं अपने पिताजी की उत्तराधिकारी हूं और हम लोग पूर्णतः भाजपाई हैं।”
इस बीच औरैया के पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि विधायक विनय शाक्य बिधूना, शान्ति कालोनी जनपद इटावा में सकुशल अपनी माँ के साथ मौजूद हैं। अपहरण का आरोप असत्य एवं निराधार है, प्रकरण पारिवारिक विवाद से सम्बन्धित है। अब विनय ने खुद इसपर बयान दे दिया है। जैसाकि मालूम है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान हो गया है। तारीख सामने आते ही बीजेपी को पिछले दो दिन में एक के बाद एक कर कई बड़े झटके लगे हैं।
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