सोरेन सरकार गिराने के आरोप में 3 सब्जी विक्रेता और दिहाड़ी मजदूर गिरफ्तार

सोरेन सरकार गिराने के आरोप में 3 सब्जी विक्रेता और दिहाड़ी मजदूर गिरफ्तार

झारखंड में झामुमो-कांग्रेस महागठबंधन की हेमंत सोरेन सरकार गिराने की साजिश में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। रांची कोतवाली पुलिस ने तीनों आरोपियों को शनिवार को जेल भेज दिया गया। जिन तीन लोगों को पुलिस ने कथित तौर पर सरकार गिराने का आरोप में गिरफ्तार किया उनके नाम अभिषेक कुमार दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो हैं।

तीनों के खिलाफ राजद्रोह का केस लगाया गया है। हालांकि, इस पूरे मामले को लेकर राजनीति गरमा गई है। राज्य सरकार का कहना है कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की सूचना पर गुरुवार देर रात और शुक्रवार तड़के पुलिस ने रांची के कई होटलों में छापेमारी की जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

ओरोपी फल-सब्जी बिक्रेता और मजदूर

लेकिन अब इस पूरे में नया नाटकीय मोड़ आ गया है। दरअसल, गिरफ्तार लोगों में निवारण प्रसाद महतो सब्‍जी व फल बिक्रेता हैं, अमित सिंह दिहाड़ी मजदूर हैं, जबकि अभिषेक दुबे किराना दुकानदार हैं। वहीं, झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह साधारण घटना नहीं है। कर्नाटक, मध्‍य प्रदेश मॉडल के बाद भाजपा का अगला निशाना झारखण्‍ड ही था।

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उन्होंने सी.पी. सिंह की ओर इशारा करते हुए कहा कि भाजपा के सबसे सीनियर विधायक, विधानसभा अध्‍यक्ष भी रहे हैं, पूर्व मंत्री का बयान आया कि हम खरीदेंगे तो पकड़े थोड़े ही जाएंगे। यानी वे कितने पारंगत हैं। कोई अलोकतांत्रिक कदम उठा तो झारखण्‍ड चुप नहीं बैठेगा। वहीं भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर अंधेर नगरी चौपट राजा लिखा है।

दूसरी तरफ, निवारण और अमित के बोकारो में रहने वाले परिजनों का बयान सरकारी बयान के एकदम उलट है। परिजनों का कहना है कि दो दिन पहले 22 जुलाई की आधी रात इन्‍हें घर से उठाया गया। जबकि पुलिस रांची के होटल से गिरफ्तारी बता रही है।

सोरेन सरकार गिराने के आरोप में 3 सब्जी विक्रेता और दिहाड़ी मजदूर गिरफ्तार

यह भी अजीब संयोग है कि जिस कांग्रेस विधायक अनूप कुमार सिंह ने रांची कोतबाली पुलिस को 22 जुलाई को आवेदन देकर सरकार गिराने की साजिश की बात कही थी वे भी बोकारो जिला के बेरमो विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं।

कुछ लोकल न्‍यूज पोर्टल पर छपे खबरों के मुताबिक, रांची के कोतबाली थाना में मौजूद निवारण प्रसाद महतो के बहनोई सोनू कुमार ने कहा कि पुलिस ने दोनों को दो दिन पहले बोकारो से यह कहकर उठाया कि एक मामले में पूछताछ करनी है। एक-डेढ़ घंटे में छोड़ दिया जाएगा। उसके बाद स्‍कॉर्पियो में बैठाकर दोनों को ले गए।

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उन्होंने बताया कि शुक्रवार की शाम तक दोनों को बोकारो के सिटी थाना में रखा गया और शुक्रवार की देर रात रांची भेज दिया। तब शनिवार को वे भागे हुए रांची पहुंचे। निवारण सब्‍जी और फल की रेहड़ी लगाता है जबकि अमित देहाड़ी मजदूर है।

कोतबाली थाना में अमित सिंह के पिता भरत सिंह ने कहा कि उनका बेटा बोकारो स्‍टील प्‍लांट में ठेका मजदूर है। जब काम मिलता है तो एवज में रोजाना चार सौ रुपये कमाता है। परिजन रांची आए तो मीडिया की खबरों से पता चला कि सरकार गिराने की साजिश में दोनों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों रोज कमाने-खाने वाले हैं, राजनीति से दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है।

कांग्रेस विधायक का एफआईआर

उधर, सरकार गिराने का दावा करने वाले बेरमो विधायक अनूप सिंह का कहना है कि बीते कुछ महीनों से उन्हें सरकार को अस्थिर करने की सूचनाएं मिलीं थीं। कई विधायकों की छवि धूमिल करने की साजिश रची जा रही थी। उन्हें सूचना मिली थी कि अलग-अलग जगहों से कुछ लोग राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए रांची में आकर कैंप किए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि हवाला के जरिए भी बड़े पैमाने पर लेन-देन की सूचना मिली थी। पुलिस को अनूप सिंह ने बताया है कि सतारूढ़ दल के विधायकों के खरीद-फरोख्त के लिए बातचीत चल रही है। मंशा है कि कुछ विधायकों को प्रलोभन देकर सरकार गिराई जा सके। कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में उन्होंने अपने बयान में कहा है कि उन्हें जानकारी मिली थी कि छद्म नाम से कुछ रसूखदार व फाइनेंसर रांची के होटलों में ठहरे हैं। इनलोगों ने कई विधायकों से संपर्क भी साधा है।

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खबरों के मुताबिक, अनूप सिंह की शिकायत पर ही पुलिस ने होटल लीलैक में छापेमारी की थी। फिलहाल, पुलिस ने गिरफ्तार तीनों आरोपियों के खिलाफ राजद्रोह की धारा के साथ-साथ आईपीसी की धारा 419, 420, 124 ए, 120 बी, पीपुल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट, पीसी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। केस की जांच दरोगा कमलेश राय को दी गई है।

पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार आरोपियों के पास से उन्हें विधायकों से बातचीत में इस्तेमाल से संबंधी मोबाइल, स्थानीय विधायकों के साथ दिल्ली यात्रा की टिकट, दो लाख की नकदी बरामद की गई है। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी को दिए आवेदन में केस के आईओ कमलेश राय ने दावा किया है कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दायर करने लायक साक्ष्य हैं।

कोर्ट को पुलिस ने बताया है कि अभियुक्तों द्वारा विधि द्वारा स्थापित राज्य सरकार को गिराने के प्रयत्न किए गए थे। इनके कई साथी घटनास्थल से भी सामान छोड़कर भागे हैं, जिन्हें पुलिस ने विधिवत जब्त किया है। अभियुक्तों के कबूलनामे का दावा भी पुलिस ने किया है। रांची के होटल लीलैक की सीसीटीवी जब्त कर इसे कोर्ट के समक्ष भी प्रस्तुत किया गया है।


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